What Is Cash Book In Hindi – रोकड़ बही क्या है ?
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेगे की रोकड़ बही क्या होती है ! (What Is Cash Book ) तथा रोकड़ बही के कितने प्रकार होते है ( Types of Cash Book ) ! तथा Simple Cash Book , Petty Cash Book , Double Column Cash Book तथा Three Column Cash Book क्या होती है तथा यह सब किस प्रकार से बनाई जाती है ! तो आइये जानते है What Is Cash Book In Hindi –
रोकड़ बही क्या है (What Is Cash Book In Hindi )
Contents
- 1 रोकड़ बही क्या है (What Is Cash Book In Hindi )
- 1.1 रोकड़ बही के प्रकार ( Types of Cash Book )
- 1.2 रोकड़ बही की विशेषताएं ( Cash Book Features )
- 1.3 रोकड़ बही तथा जर्नल में क्या समानताये है ?
- 1.4 खाता बही तथा रोकड़ बही में क्या समानताये होती है ?
- 1.5 साधारण रोकड़ बही क्या है ( What Is Simple Cash Book )
- 1.6 दो खाने वाली रोकड़ बही क्या है (What Is Double Column Cash Book )
- 1.7 तीन खाने वाली रोकड़ बही क्या है ( What Is Three Column Cash Book )
- 1.8 छोटी रोकड़ बही ( Petty Cash Book )
- 1.9 रोकड़ बही कैसे बनाई जाती है (How to make a cash book )
- 1.10 FAQs:
रोकड़ बही वह बुक होती है जिसमे व्यापारी द्वारा व्यापार के प्रतिदिन के लेनदेनो को रिकॉर्ड किया जाता है ! अर्थार्त रोकड़ बही में व्यवसाय में होने वाले प्रतिदिन के लेनदेनो को लिखा जाता है ! जैसे व्यवसाय में कहाँ – कहाँ से पैसे आये , कहाँ – कहाँ पैसे गए और किस मद में कितना खर्च हुआ तथा दिन के अंत में कितना शेष बचा इन सभी मदों को रोकड़ बही में दर्ज किया जाता है !
रोकड़ बही एक तरह की प्रारंभिक लेखे की पुस्तक होती है ! जिसमे समस्त प्राप्तियों और भुगतानों का लेखा किया जाता है ! व्यापार में जो आय अर्थार्त प्राप्तिया होती है उनको रोकड़ बही की Debit पक्ष में दर्शाया जाता है जबकि समस्त भुगतानों को Credit पक्ष की तरफ दर्शाया जाता है !
व्यवसाय में होने वाले लेनदेनो की प्रविष्टि सबसे पहले रोकड़ बही में ही की जाती है इसलिए इसे प्राथमिक बही या मूल प्रविष्टि बही भी कहा जाता है !
रोकड़ बही के प्रकार ( Types of Cash Book )
- साधारण रोकड़ बही ( Simple Cash Book )
- दो खाने वाली रोकड़ बही ( Double Column Cash Book )
- तीन खाने वाली रोकड़ बही ( Three Column Cash Book )
- खुदरा रोकड़ बही ( Petty Cash Book )
रोकड़ बही की विशेषताएं ( Cash Book Features )
रोकड़ बही की निम्नलिखित मुख्य विशेषताए होती है :
- कैश बुक अर्थार्त रोकड़ बही में केवल नकद और बैंक से सम्बन्धित लेनदेनो को ही दर्ज किया जाता है !
- रोकड़ बही में समस्त प्राप्तियों को डेबिट पक्ष की तरफ लिखा जाता है !और समस्त भुगतानों को क्रेडिट पक्ष की तरफ लिखा जाता है !
- रोकड़ बही एक रोजनामचाकृत खाता बही होती है ! यह एक तरह से सहायक पुस्तक तथा मुख्य बही दोनों ही है !
- रोकड़ बही लेन – देन के केवल एक पक्ष को दर्शाती है !
रोकड़ बही तथा जर्नल में क्या समानताये है ?
रोकड़ बही तथा जर्नल में निम्नलिखित समानताये है :
- जिस प्रकार हम जर्नल में सभी लेनदेनो को तिथिवार लिखते है ! ठीक उसी प्रकार रोकड़ बही में भी सभी लेनदेनो को तिथिवार लिखा जाता है !
- जर्नल की तरह ही रोकड़ बही में भी खाता पृष्ठ संख्या होती है !
- जर्नल की तरह ही रोकड़ बही में भी entry के निचे विवरण दिया जाता है !
खाता बही तथा रोकड़ बही में क्या समानताये होती है ?
खाता बही तथा रोकड़ बही के बिच निम्नलिखित समानताये होती है :
- जिस प्रकार खाता बही में डेबिट और क्रेडिट पक्ष होते है ठीक उसी प्रकार रोकड़ बही में भी डेबिट और क्रेडिट पक्ष होते है !
- खाता बही की तरह रोकड़ बही में भी लेनदेनो के अभिलेखन हेतु टी एवं बी का प्रयोग किया जाता है !
- जिस प्रकार से हम खाता बही का शेष निकालते है उसी प्रकार से ही रोकड़ बही का शेष निकालते है !
साधारण रोकड़ बही क्या है ( What Is Simple Cash Book )
जिस रोकड़ बही में राशी ( Amount ) लिखने का सिर्फ एक ही कॉलम होता है उसे Simple रोकड़ बही कहा जाता है ! इस बही को एक खाने वाली रोकड़ बही भी कहते है ! तथा इसमें केवल नकद लेनदेनो को ही लिखा जाता है ! बैंक से सम्बन्धित तथा अन्य कटोती के लेनदेनो को इसमें नहीं लिखा जाता है !
साधारण रोकड़ बही में डेबिट और क्रेडिट दो पक्ष होते है जिसमे डेबिट पक्ष में समस्त नगद प्राप्तियो को लिखा जाता है , जबकि क्रेडिट पक्ष में समस्त नगद भुगतानों का लेखा किया जाता है !
दो खाने वाली रोकड़ बही क्या है (What Is Double Column Cash Book )
Double Column रोकड़ बही वह रोकड़ बही होती है जिसमे लेनदेन के दो कॉलम होते है ! इसे Two Column Cash Book भी कहा जाता है ! अर्थार्त दो खाने वाली रोकड़ बही से अभिप्राय ऐसी रोकड़ बही से है जिसमे रोकड़ के दो – दो खाने होते है ! इस रोकड़ बही में एक खाना रोकड़ का होता है जबकि दूसरा खाना Bank का होता है ! रोकड़ वाले कॉलम में रोकड़ लेनदेनो को लिखा जाता है जबकि Bank खाने में बैंक से सम्बन्धित लेनदेनो को लिखा जाता है !
तीन खाने वाली रोकड़ बही क्या है ( What Is Three Column Cash Book )
जिस रोकड़ बही में लेनदेन के तीन खाने होते है उसे Three Column Cash Book कहते है ! यह रोकड़ बही रोकड़ खाते के साथ – साथ बैंक लेनदेन के उदेश्य को भी पूरा करती है ! इस रोकड़ बही में मुख्यतः एक खाना रोकड़ का होता है , दूसरा खाना बैंक का होता है तथा तीसरा खाना डिस्काउंट का होता है ! रोकड़ खाने में रोकड़ लेनदेनो को लिखा जाता है , बैंक वाले खाने में बैंक से सम्बन्धित लेनदेनो को लिखा जाता है तथा डिस्काउंट कॉलम में बट्टे को लिखा जाता है !
छोटी रोकड़ बही ( Petty Cash Book )
जिस रोकड़ बही में प्रतिदिन होने वाले बहुत से छोटे – छोटे लेनदेनो को दर्शाया जाता है उसे Petty रोकड़ बही कहते है ! इस रोकड़ बही में मुख्यतः उन लेनदेनो , भुगतानों को दर्शाया जाता है जो छोटी मात्रा में बहुत सारे होते है जैसे , टेलीग्राम , ऑफिस खर्चा , किराया आदि ! यदि इन छोटे – छोटे लेनदेनो को मुख्य रोकड़ में दिखाने लग जाए तो रोकड़ बही एक प्रकार से बोझिल सी हो जाएगी इसलिए इन लेनदेनो हेतु Petty Cash Book का उपयोग किया जाता है !
रोकड़ बही कैसे बनाई जाती है (How to make a cash book )
रोकड़ बही को बनाने के कुछ नियम इस प्रकार है :
- प्रायः रोकड़ बही के दोनों पक्षों Debit और Credit में हमेशा एक समान खाने होते है ! तथा दोनों पक्षों में कुल मिलाकर पांच खाने होते है !
- रोकड़ बही में तिथि वाले खाने में सबसे पहले वर्ष व् महिना लिखा जाता है फिर लेनदेन की तारीख को लिखा जाता है !
- रोकड़ बही में हमेशा डेबिट पक्ष में समस्त रोकड़ प्राप्तियो को दर्शाया जाता है जबकि क्रेडिट पक्ष में समस्त रोकड़ भुगतानों को दर्शाया जाता है !
- रोकड़ में डेबिट पक्ष में To तथा क्रेडिट पक्ष में By का प्रयोग किया जाता है !
- प्रमाणक संख्या वाले खाने में रसीद की संख्या लिखी जाती है !
- खाता बही संख्या वाले कॉलम में खाता बही उस पृष्ठ संख्या को लिखा जाता है जिसमे उस लेनदेन की खतोनी की गई है !
- तथा जो अमाउंट वाला कॉलम होता है उसमे लेनदेन की राशी लिखी जाती है !
Note : रोकड़ बही की एक मुख्य विशेषता यह होती है कि इसमें हमेशा डेबिट वाले पक्ष का योग क्रेडिट वाले पक्ष से अधिक आयेगा ! इसका कारण यह होता है कि हमारे पास जब cash आयेगा तभी तो हम cash भुगतानों को कर पाएंगे !
दस्तों उम्मीद करता हूँ What Is Cash Book In Hindi आर्टिकल आपको समझ आ गया होगा ! फिर इसमें यदि आपको कोई समस्या हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है !
FAQs:
Q : कैश बुक कितने प्रकार की होती है ?
Ans : कैश बुक मुख्यतः चार प्रकार की होती है –
साधारण रोकड़ बही ( Simple Cash Book )
दो खाने वाली रोकड़ बही ( Double Column Cash Book )
तीन खाने वाली रोकड़ बही ( Three Column Cash Book )
खुदरा रोकड़ बही ( Petty Cash Book )
Q : दो खाने वाली रोकड़ बही क्या है ?
Ans : दो खाने वाली रोकड़ बही वह रोकड़ बही होती है जिसमे लेनदेन के दो कॉलम होते है ! इसे Two Column Cash Book भी कहा जाता है ! इस रोकड़ बही में एक खाना रोकड़ का होता है जबकि दूसरा खाना Bank का होता है ! रोकड़ वाले कॉलम में रोकड़ लेनदेनो को लिखा जाता है जबकि Bank खाने में बैंक से सम्बन्धित लेनदेनो को लिखा जाता है !
Q : पेटी कैश बुककिसे कहते है ?
Ans : जिस बही में प्रतिदिन के होने वाले छोटे – छोटे लेनदेनो को दर्शाया जाता है उसे ही पेटी कैश बुक कहते है !
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