Types of Loan In India In Hindi- लोन के विभिन्न प्रकार

Types of Loan In India

Types of Loan In India In Hindi- लोन के विभिन्न प्रकार

Types of Loan In India In Hindi – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है कि लोन कितने प्रकार ( Types of Loan ) के होते है , हम बैंक से लोन किस प्रकार से प्राप्त कर सकते है , लोन लेने के लिए कोनसे जरुरी डाक्यूमेंट्स देने होते है तथा कोनसे लोन में कितनी ब्याज दर ( Interest Rate ) होती है ! अक्सर देखा जाए तो आजकल बैंक लोन की जरुरत हर किसी को होती है चाहे वह व्यवसायी हो , किसान हो या कोई नौकरी पैसे वाला हो हर किसी को इसकी जरुरत कभी ना कभी जरुर होती है ! इन्सान को लोन की जरुरत तब होती है जब उसके द्वारा कमाए गए पैसे से उनकी जरूरते पूरी न हो या फिर वह कोई नया Business कर रहा हो या कोई नया घर बना रहा हो आदि !

विभिन्न प्रकार के बैंक चाहे वह Public Sector के या Private Sector के हर बैंक आपको जरुरत के हिसाब से लोन उपलब्ध करवाते है ! हर प्रकार के बेंको में लोन देने की प्रोसेस अलग – अलग होती है जैसे पब्लिक सेक्टर के बेंको की अपेक्षा प्राइवेट बेंको में लोन की ब्याज दर अधिक होती है ! आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको लोन क्या है ( What Is Loan ) तथा लोन लेने की प्रोसेस ( Loan Process ) क्या है इन  सभी बातो को विस्तार से जानेंगे ! तो आइये शुरू करते है – Types of Loan in Hindi / What Is Loan Process In Hindi –

भारत में लोन के प्रकार ( Types of Loan in India )

  • पर्सनल लोन ( Personal Loan )
  • गोल्ड लोन ( Gold Loan )
  • प्रॉपर्टी लोन ( Property Loan )
  • होम लोन ( Home Loan )
  • सिक्यूरिटी के बदले मिलने वाला लोन ( Loan Against Securities )
  • एजुकेशन लोन ( Education Loan )
  • कार लोन ( Car Loan )
  • कॉर्पोरेट लोन ( Corporate Loan )

Types of Loan In India In Hindi- लोन के विभिन्न प्रकार

पर्सनल लोन ( Personal Loan )

पर्सनल लोन (What is Personal Loan ) वह लोन होता है जिसमे बैंक आपको बिना किसी Security के आपकी Salary या Income को देखकर Provide करता है ! पर्सनल लोन ज्यादातर Short –Term Goals  को पूरा करने के उद्देश्य से लिया जाता है !  जैसे बच्चो की फ़ीस भरनी हो , चिकित्सा खर्च के लिए या फिर किसी को कोई महंगा गिफ्ट देना हो आदि ! पर्सनल लोन के लिए हर बैंक में इसकी ब्याज दर अलग – अलग होती है ! वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अन्य लोन की अपेक्षा पर्सनल लोन की ब्याज दर सबसे अधिक होती है !

इस लोन के लिए ब्याज दर 15 प्रतिशत से लेकर 22 प्रतिशत तक हो सकती है ! इस प्रकार के लोन में बैंक आपसे ज्यादा डाक्यूमेंट्स नहीं मांगते है , वे बस आपकी सैलरी या इनकम को देखकर उस हिसाब से आपको लोन Issue कर देते है ! पर्सनल लोन लेने के लिए आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल ( ITR ) की भी जरूरत पड़ती है ! क्योंकि ITR से बैंक को आपकी Income क्या है आय के स्त्रोत क्या है कि जानकारी आसानी से हो जाती है !

गोल्ड लोन ( Gold Loan )

गोल्ड लोन नाम से ही स्पष्ट है कि यह  लोन बैंक में गोल्ड रखने के बदले मिलता है ! या यु कह सकते है कि बैंक के लोकर में गोल्ड रखने के बदले कैश प्राप्त करने की प्रक्रिया है ! गोल्ड लोन प्रायः गोल्ड की Quality और Price को ध्यान में रखकर दिया जाता है ! या आप इसे ऐसे समझ सकते है कि आपके गोल्ड की जितनी वैल्यू होगी उसका 80 प्रतिशत तक आपको लोन मिल जायेगा ! ज्यादातर गोल्ड लोन इमरजेंसी needs को पूरा करने के लिए लिया जाता है ! गोल्ड लोन की एक खास बात यह होती है कि यह आपको 30 मिनट के भीतर तुरंत मिल जाता है और इसमें आधार कार्ड और पैन कार्ड के अलावा अन्य कीसी डाक्यूमेंट्स की जरुरत नहीं पड़ती है !

गोल्ड लोन में ब्याज की दर पर्सनल लोन की अपेक्षा कम रहती है ! इस लोन में ब्याज दर करीब 11 प्रतिशत से लेकर 15 प्रतिशत के बिच रहती है ! इस लोन की एक खास बात और यह होती है कि इसमें अन्य लोन कि अपेक्षा monthely क़िस्त नहीं चुकानी होती है बल्कि इसमें आप अपनी सहूलियत की हिसाब से pay कर सकते है ! जिस दिन आपका लिया हुआ पूरा payment जमा हो जायेगा उस दिन आपको आपका Gold वापस मिल जायेगा !

प्रॉपर्टी लोन ( Property Loan )

प्रॉपर्टी लोन ( Loan Against Property ) वह लोन होता है जो आपकी प्रॉपर्टी के कागजात के बदले दिया जाता है ! अर्थार्त इस लोन में आपको अपनी प्रॉपर्टी के कागज गिरवी रखने पड़ते है या यु समझ सकते है कि प्रॉपर्टी को बतौर Security रखना पड़ता है ! यह लोन प्रायः long – term अवधि के लिए लिया जाता है अर्थार्त अधिकतम 15 साल के लिए होता है ! प्रॉपर्टी लोन आपको आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू के 40 से 60 प्रतिशत के बिच मिल जाता है !

होम लोन ( Home Loan )

होम लोन वह लोन होता है जिसमे आप या तो नया घर बनाते हो या नया घर खरीदते हो ! होम लोन लेते समय इसमें आप घर की कीमत , रजिस्ट्रेशन शुल्क , स्टाम्प ड्यूटी आदि सभी व्यय को जोड़कर बैंक से लोन उठा सकते है ! होम लोन में आप घर की कुल लागत का 70 से 85 प्रतिशत तक लोन प्राप्त कर सकते है ! बाकी की शेष राशी की व्यवस्था आपको खुद करनी होती है ! होम लोन में आपको section 80 C के तहत टैक्स बेनिफिट भी मिलता है !

सिक्यूरिटी के बदले मिलने वाला लोन ( Loan Against Securities )

यह वह लोन होता है जिसमे बैंक दिए हुए लोन के बदले सिक्यूरिटी मांगता है ! अब यह सिक्यूरिटी कुछ भी हो सकती है जैसे –आपके shares , mutual funds , insurance , bonds , PF  तथा FD आदि ! आप इनमे से किसी एक या अधिक के कागज बैंक में गिरवी रखकर बैंक लोन प्राप्त कर सकते है ! बैंक आपसे इनके कागज इसलिए मांगता है कि भविष्य में यदि आप लोन चुकाने में असमर्थ हो तो बैंक आपके इन  कागजो को जब्त कर बाजार में बेच देता है और अपनी लोन की राशी वसूल कर लेता है ! इन सिक्यूरिटी के कागजो को आप बैंक में गिरवी रखकर overdraft की सुविधा भी प्राप्त कर सकते है !

एजुकेशन लोन ( Education Loan )

एजुकेशन लोन वह होता है जो उच्च शिक्षा ( Higher Study ) के लिए दिया जाता है ! एजुकेशन लोन देने से पहले बैंक छात्रों से कई जानकारी प्राप्त करता है ! ज्यादातर एजुकेशन लोन उन छात्रों को दिया जाता है जो अच्छे यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते है या फिर दुसरे देश ( Abroad ) में उच्च शिक्षा के लिए जाते है ! अधिकतर देखा गया है कि यह लोन उन्ही छात्रों को मिलता है जो इसे वापस चुकाने की क्षमता रखते है !

इसके लिए बैंक छात्रों के अभिभावकों की इनकम देखता या फिर छात्र किस यूनिवर्सिटी में जा रहा है , उस यूनिवर्सिटी की रेटिंग क्या है तथा वहा का कैंपस प्लेसमेंट का रेश्यो क्या है , इन सब बातो को ध्यान में रखकर ही लोन देता है ! एजुकेशन लोन में ब्याज की दर लोन की राशी के आधार पर तय होती है ! यह ब्याज दर 7 प्रतिशत से लेकर 9 प्रतिशत तक हो सकती है !

कार लोन ( Car Loan )

कार लोन वह लोन होता है जिसमे आप बैंक से नए या पुराने वाहन खरीदने पर प्राप्त कर सकते है ! कार लोन बेंक द्वारा आपको fixed या floating रेट पर ऑफ़र किये जाते है ! इसमें fixed रेट का मतलब होता है कि जिस समय आप लोन उठा रहे है उस समय जो ब्याज दर होती है वही दर पूरा लोन चुकाने तक लागु रहेगी ! जबकि floating रेट वह रेट होती जो समय – समय पर बदलती रहती है !

इसमें ब्याज दर समय के साथ कम या अधिक हो सकती है , और उसी के अनुसार आपके लोन की राशी भी बदलती रहती है ! कार लोन में जब तक आप पूरा लोन चूका नहीं देते है तब तक कार का स्वामित्व बैंक के पास ही रहता है !

कॉर्पोरेट लोन ( Corporate Loan )

कॉर्पोरेट लोन वह लोन होता है जिसमे बैंक बड़े – बड़े उद्योगपतियों जैसे  टाटा , बिरला , अम्बानी आदि लोगो को लोन उपलब्ध कराता है ! पहले के नियम के अनुसार बैंक अपनी कोर कैपिटल का 55 प्रतिशत तक किसी एक बड़ी कंपनी को लोन दे सकता है !

मगर कुछ दिनों में defaulter की संख्या में हुए बढ़ोतरी को देखते हुए RBI ने 1 जनवरी 2019 से नए नियम लागु कर दिए है ! जिसमे बैंक अपनी कोर कैपिटल का अधिकतम 25 प्रतिशत तक ही किसी एक बड़ी कंपनी को लोन दे सकता है इससे बैंक अधिक जोखिम से बच सकते है !

भारत में लोन तीन प्रकार से दिए जाते है :

  • अल्पकालीन लोन ( Short Term Loan ) : यह वह लोन होता है जो छोटी अवधि के लिए दिया जाता है ! इसमें पैसे वापस लौटाने की अधिकतम अवधि 1 साल की होती है !
  • मध्यकालीन लोन ( Medium Term Loan ) : इस प्रकार के लोन में लोन चुकाने की अवधि 1 साल से लेकर 3 साल के बिच रहती है !
  • दीर्घकालीन लोन ( Long Term Loan ) : यह लोन दीर्घकालीन अवधि के लिए दिया जाता है ! इसमें लोन चुकाने की अधिकतम अवधि 3 साल से लेकर 15 साल तक रहती है !

लोन की श्रेणी ( Loan Range )

लोन को प्रायः दो श्रेणी ( Category ) में बांटा गया है – secured loan तथा unsecured loan ! आइये in श्रेणी को हम निचे विस्तार से जानेंगे –

सुरक्षित ऋण ( Secured Loan ) : secured loan वह लोन होता है जिसमे बैंक किसी सिक्यूरिटी के बदले लोन देता है ! यह सिक्यूरिटी कुछ भी हो सकती है जैसे – प्रॉपर्टी के कागज , गोल्ड , PF Account , FD Account या फिर अन्य कोई सम्पति !

मान लीजिये अपने कोई गोल्ड लोन लिया है ! यदि आप बैंक द्वारा नोटिस देने के बाद भी उस गोल्ड लोन को चुकता नहीं करते है तो बैंक आपके उस गोल्ड को बेचकर लोन की राशी वसूल कर सकता है ! यह लोन बेंक के लिए एक प्रकार का सुरक्षित ऋण होता है !

असुरक्षित ऋण ( Unsecured Loan ) : यह वह लोन होता है जो बैंक द्वारा आपको बिना किसी सिक्यूरिटी के दिया जाता है ! जैसे personal loan ! इस प्रकार के लोन में किसी अन्य व्यक्ति की गारंटी की जरुरत नहीं होती है और न ही आपको कोई सम्पति गिरवी रखनी होती है ! बैंक आपके CIBIL Score या फिर आपके पर्सनल रिकॉर्ड को देखकर लोन provide करता है ! प्रायः इस प्रकार के लोन में बैंक को अधिक जोखिम होती है क्योंकि यह बिना किसी सिक्यूरिटी की दिया जाता है जो की unsecured होता है !

लोन लेने से पहले ध्यान रखने योग्य आवश्यक बाते-

किसी भी बैंक या संस्था से लोन लेने से पहले हमें बहुत सी बातो को जान लेना चाहिए ताकि हम सही और कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त कर सके ! तो आइये जानते है वे कोनसी बाते है जिनका हमें ध्यान रखना बेहद जरुरी है –

  • Interest Rate : किसी भी बैंक से लोन लेने से पहले हमें उसकी ब्याज दर ( rate of interest ) को जान लेना चाहिए ! अन्यथा बाद आपको पछताना पड़ सकता है ! हमें बहुत सी बैंक की ब्याज दर को compare करके जहाँ पर सबसे कम ब्याज दर हो वहा से लोन लेना चाहिए ताकि हमें ब्याज कम से कम देना पड़े !
  • CIBIL / Credit Score : लोन लेने से पहले हमें अपना credit score जान लेना चाहिए ! क्योंकि बैंक आपके credit score को ध्यान रखकर ही आपको लोन देता है ! यदि आपका क्रेडिट score अच्छा नहीं है या बहुत कम है तो आपको लोन मिलना मुश्किल हो जायेगा या अधिक ब्याज दर पर मिलेगा ! यदि आपको पता नहीं है कि credit / cibil score क्या होता है तो आपको हम बता दे कि यह वह score होता है जो आपके द्वारा पहले लिए गए लोन या बैंक व्यव्हार को देखकर निर्धारित होता है ! वैसे 750 से ऊपर का credit score बहुत अच्छा माना जाता है !
  • Processing Fees : लोन लेने से पहले हमें उस बैंक या संस्था की loan processing fees को जान लेना चाहिए ! क्योंकि सभी में यह fees अलग – अलग होती है ! और तो और कई बैंक या संस्थाओ में कई प्रकार के hidden charges भी होते है जो हमें बताते ही नहीं है ! अतः हमें इन सब बातो को जान लेना चाहिए !

लोन के लिए अप्लाई कैसे करे ( How To Apply For Loan )

यदि आप वास्तव में ही लोन लेना चाहते हो तो उपरोक्त बातो को ध्यान में रखकर एक सही जगह पर लोन के लिए अप्लाई करना चाहिए ! साथ ही लोन अप्लाई करने से पहले आपको अपनी financial स्थिति को ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि लिए हुए लोन को वापस भी आपको ही करना है अतः जरुरत के हिसाब से ही लोन लेना चाहिए ! लोन के लिए अप्लाई आप ऑनलाइन भी कर सकते है और बैंक या किसी अन्य financial संस्था में जाकर ऑफलाइन भी कर सकते है !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ Types of Loan In India In Hindi आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा ! फिर भी यदि Types of Loan  article कोई बात समझ में नहीं आई है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है !

FAQs :

Q : लोन कितने प्रकार के होते है ?

Ans : लोन कई तरह के होते है –
·         पर्सनल लोन ( Personal Loan )
·         गोल्ड लोन ( Gold Loan )
·         प्रॉपर्टी लोन ( Property Loan )
·         होम लोन ( Home Loan )
·         सिक्यूरिटी के बदले मिलने वाला लोन ( Loan Against Securities )
·         एजुकेशन लोन ( Education Loan )
·         कार लोन ( Car Loan )
·         कॉर्पोरेट लोन ( Corporate Loan )

Q : बिना ब्याज पर दिया जाने वाला लोन कोनसा है ?

Ans : केंद्र सरकार द्वारा एक योजना शुरू की गई है जिसका नाम प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना है ! इसके अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर्स को अपने बिज़नेस को सुचारू रूप से चलाने के लिए बिना ब्याज के लोन उपलब्ध कराया जाता है !

Q : पर्सनल लोन क्या है ?

Ans : यह वह लोन होता है जिसमे बैंक या कोई फाइनेंसियल संस्था व्यक्ति की सैलरी या इनकम देखकर लोन प्रोवाइड करता है !

Q : गोल्ड लोन क्या है ?

Ans : गोल्ड लोन वह लोन होता है जो ग्राहक को उसके गोल्ड गिरवी रखने के एवज में दिया जाता है !

Q : होम लोन क्या होता है ?

Ans : होम लोन तब दिया जाता है जब या तो न्य घर बनाते है या फिर खरीदते है !

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