7 गलतियाँ जिससे आपको SIP म्यूच्यूअल फंड्स में करने से बचना चाहिए | Mutual Fund Mistakes

Mutual Fund Mistakes

Mutual Fund Mistakes In Hindi

 दोस्तों वर्तमान में म्यूच्यूअल फण्ड SIP निवेश का एक बेहतरीन माध्यम है ! लोग SIP के  विभिन्न फंड्स में निवेश कर अच्छा रिटर्न प्राप्त कर रहे है ! परन्तु बहुत से लोग ऐसे भी है जो बिना सोचे समझे किसी भी फण्ड में निवेश कर देते है जिससे उन्हें लम्बी अवधि में भी कुछ खास रिटर्न नहीं मिल पा रहा है ! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की म्यूच्यूअल SIP शुरू करने से पहले आपको कुछ ऐसी गलतियाँ है जिसे आप नहीं करते है तो कम समय में भी आप SIP में बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते है ! तो आइये जानते है Mutual Fund SIP Mistakes In Hindi

Mutual Fund Mistakes In Hindi

1. सही राशी का चयन

दोस्तों बहुत से लोग ऐसे है जो बिना सोचे समझे SIP राशी का निर्धारण कर लेते है जिससे उन्हें बाद में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है ! क्योंकि शुरू में आपकी उम्र कम होने के कारण आपके खर्चे कम हो सकते है , लेकिन समय के साथ आपके खर्चे बढ़ जाते है , अगर आपकी इनकम नहीं बढती है तो आपको सिप बंद भी करनी पड़ सकती  है , इसलिए sip में निवेश राशी का सोच समझकर ही चयन करना चाहिए !

आपको बता दे कि हमेशा आपको अपनी इनकम का 10 प्रतिशत तक ही आपको निवेश के लिए निकालना चाहिए ! जैसे – जैसे समय के साथ – साथ अपक इनकम में वृद्धि होती है तो आप हर साल अपनी SIP में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकते है जिससे आपको कम समय में भी बेहतर रिटर्न मिलेगा !  

2. सही म्यूच्यूअल फण्ड का चयन न करना:

SIP के माध्यम से निवेश करते समय सही म्युचुअल फंड का चयन करना महत्वपूर्ण है। निवेशकों को म्युचुअल फंड के प्रदर्शन, इसके ट्रैक रिकॉर्ड और इसकी भविष्य की क्षमता पर शोध और विश्लेषण करना चाहिए। एक गलत म्युचुअल फंड में निवेश करने से अपेक्षित प्रतिफल नहीं मिल सकता है और इसके परिणामस्वरूप पूंजी का क्षरण भी हो सकता है।

3. बिना लक्ष्य के निवेश:

SIP निवेश लक्ष्योन्मुख होना चाहिए। निवेशकों को अपने निवेश उद्देश्यों की पहचान करनी चाहिए और अपने निवेश लक्ष्यों के अनुरूप म्यूचुअल फंड चुनना चाहिए। यदि आप बिना लक्ष्य के निवेश करते है तो कभी भी आपको अपने वित्तीय लक्ष्य प्राप्त करने में मदद नहीं मिल सकती ! इसलिए SIP शुरू करने से पहले लक्ष्य जरुर बनाये !

4. नियमित रूप से पोर्टफोलियो की समीक्षा न करना:

म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो के प्रदर्शन की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। निवेशकों को नियमित अंतराल पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए ताकि यह आकलन किया जा सके कि निवेश उनके लक्ष्यों के अनुरूप है या नहीं तथा इसमें किसी प्रकार के बदलाव की कोई आवश्यकता तो नहीं है !

5. बहुत सारे फंड्स में निवेश:

डायवर्सिफिकेशन अच्छा है, लेकिन बहुत सारे फंड्स में निवेश करने से रिटर्न कम हो सकता है। बहुत सारे फंडों में निवेश करने के बजाय कुछ अच्छी तरह से चुने गए फंडों में निवेश करना बेहतर है। अगर आपको सही फण्ड चुनने में परेशानी हिया तो आप इसके लिए किसी फाइनेंसियल एडवाइजर की मदद ले सकते है !

6. निवेश अवधि पर विचार नहीं:

एसआईपी के माध्यम से निवेश करते समय निवेश अवधि पर विचार किया जाना चाहिए। लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए या इसके विपरीत अल्पकालिक फंड में निवेश करने से कम रिटर्न मिल सकता है। एक बेहतर रिटर्न के लिए आपको लम्बी अवधि के लिए SIP शुरू करना चाहिए जो कम से कम 10 साल के लिए होनी चाहिए !

7. समय से पहले SIP बंद करना:

समय से पहले SIP बंद करने से रिटर्न कम हो सकता है। SIP को लंबी अवधि के निवेश के लिए डिज़ाइन किया गया है, और निवेशकों को अपने SIP को पूर्ण निवेश अवधि के लिए जारी रखना चाहिए। यदि आप बिच में sip बंद कर देते है तो कभी भी आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच सकते ! इसलिए एक बार अवधि निर्धारित कर लेने के बाद उसे बिच में कभी बंद नहीं करना चाहिए !

8. बहुत अधिक या बहुत कम निवेश करना:

बहुत अधिक या बहुत कम निवेश करने से अपेक्षित प्रतिफल नहीं मिल सकता है। निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों और निवेश उद्देश्यों के आधार पर बुद्धिमानी से निवेश राशि का चयन करना चाहिए। निवेशको को अपनी इनकम के आधार पर और अपने खर्चो को ध्यान में रखकर ही निवेश राशी का निर्धारण करना चाहिए !

इन सामान्य गलतियों से बचकर, निवेशक अपने एसआईपी निवेश को अधिक लाभदायक बना सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ Mutual Fund  Mistakes In Hindi  आर्टिकल आपको SIP शुरू करने के लिए जरुर सहायक सिद्ध होगा ! अगर आपको इस आर्टिकल से थोड़ी सी भी सहायता मिली है तो हमें कमेंट जरुर करे !

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