Indian Budget History In Hindi – भारतीय बजट का इतिहास

Indian Budget History

Indian Budget History In Hindi – भारतीय बजट का इतिहास

दोस्तों आज के इस लेख में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि भारत में बजट का इतिहास ( Indian Budget History ) क्या रहा है ! तथा बजट ( Budget ) शब्द का पहली बार उपयोग कब किया गया था और यह भारत में पहली बार अर्थार्त Bharat Ka Pahla Budget कब शुरू किया गया गया था ! तो आइये शुरू करते है – Indian Budget History In Hindi

Indian Budget History In Hindi – भारतीय बजट का इतिहास

बजट शब्द का विकास फ्रेंच शब्द बजेट से हुआ है , जिसका शाब्दिक अर्थ है – एक छोटा चमड़े का थेला ! इंग्लेंड के प्रथम प्रधानमंत्री सर रोबर्ट वालपोल ( 1721 – 1741 ) ने अपने वित्तीय प्रस्ताव के दस्तावेज को चमड़े के एक थेले में रखा हुआ था ! जब वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्तावों को संसद में प्रस्तुत किया तो लोगो ने मजाक उड़ाया और कहाँ कि बजट खोला गया ! इसके बाद वार्षिक आय – व्यय के प्रस्तावों के लिए बजट शब्द का प्रयोग होने लगा !

भारत में बजट प्रणाली की शुरुआत का श्रेय वायसराय कैनिन को जाता है ! 1859 में वायसराय को कार्यकारिणी परिषद् में पहली बार एक विशेष सदस्य सर जेम्स विल्सन को वित् सदस्य के रूप में सम्मिलित किया गया ! जेम्स विल्सन ने पहली बार 7 अप्रैल , 1860 को वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् में प्रथम बजट प्रस्तुत किया ( Bharat Ka Pahla Budget ) ! इसलिए भारत में बजट प्रणाली का संस्थापक जेम्स विल्सन को माना जाता है !

संविधान के अनुच्छेद 112 के अंतर्गत प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए जो 1 अप्रैल से 31 मार्च तक चलता है केंद्र सरकार की अनुमानित प्राप्तियो तथा व्ययों का एक विवरण संसद के सामने रखना आवश्यक होता है ! इस वार्षिक वित्तीय विवरण ( बजट ) को केंद्र सरकार का बजट कहा जाता है ! ( इसमें राज्यों सरकारों की बजट के सम्बन्ध में व्यवस्था अनुच्छेद 202 में दी गई है !

संघीय बजट की तैयारी और संसद में पेश करने के लिए आर्थिक कार्य विभाग उत्तरदायी है !

राष्ट्रपति द्वारा निर्देशित तिथि पर लोकसभा में बजट पेश की जाती है ! परम्परागत रूप में प्रत्येक वर्ष फरवरी में अंतिम कार्य दिवस पर बजट लोकसभा में पेश की जाती है ! किन्तु वर्तमान में यह फरवरी के पहले सप्ताह में पेश किया जाने लगा है !

नोट : यदि वार्षिक संघीय बजट लोकसभा द्वारा पारित नहीं होता है तो प्रधानमंत्री अपनी मंत्रिपरिषद का त्यागपत्र पेश कर देता है !

प्रारंभ में रेल बजट और आम बजट एक साथ ही प्रस्तुत किया जाता था लेकिन 1921 में नियुक्त आक्वार्थ कमिटी की सिफ़ारिशो के आधार पर 1924 में ये निर्णय लिया गया कि रेल बजट को आम बजट से अलग प्रस्तुत किया गया और 1925 में पहली बार रेल बजट को अलग से प्रस्तुत किया जाने लगा ! लेकिन 2017 में भाजपा सरकार ने रेल बजट को आम बजट के साथ पेश करने का निर्णय लिया और 2017 में रेल बजट को आम बजट के साथ ही प्रस्तुत किया गया !

स्वतन्त्र भारत का पहला बजट 26 नवम्बर 1947 को पहले वितमंत्री आर. के. षनमुखम शेट्टी द्वारा पेश किया गया ! यह बजट 15 अगस्त 1947 से 31 मार्च 1948 तक से साढ़े सात माह की अवधि के लिए था !

जॉन मथाई को वर्ष 1950 में गणतंत्र भारत का पहला केन्द्रीय बजट पेश करने का गौरव प्राप्त हुआ !

जवाहर लाल नेहरु ने वर्ष 1958 – 59 का बजट पेश किया और बजट को पेश करते हुए उन्होंने घोषणा की थी कि अगले वर्ष से बजट 28 फरवरी के दिन ही पेश किया जायेगा !

भारत में अभी तक ( वर्ष 2013 ) सबसे अधिक बार बजट पेश करने वाले वितमंत्री मोरारजी देशाई थे ! उन्होंने कुल 10 बजट पेश किये जबकि पी. चिदम्बरम ने 8 बजट पेश किये !

वितमंत्री के रूप में वर्ष 1991 में डॉ. मनमोहन सिंह ने आर्थिक उदारीकरण की निति लागु करने की घोषणा की !

अंग्रेजो ने भारत के लिए बजट पेश करना शुरू किया तो उसके लिए शाम के पांच बजे का समय रखा गया था , लेकिन 1999 में राजग सरकार के वितमंत्री यशवंत सिन्हा ने बजट पेश करने का समय दिन के 11 बजे कर दिया !

25 फरवरी 1992 में भारत में पहली बार रेल बजट और 29 फ़रवरी 1992 को सामान्य बजट का टेलीविजन पर प्रसारण शुरू हुआ था !

भारत में बजट सामान्यतः निम्न अनुमानों को व्यक्त करता है –

  • विगत वर्ष के वास्तविक प्राप्तियां तथा व्यय !
  • चालू वित् वर्ष के बजट अनुमान और संशोधित अनुमान !
  • आगामी वर्ष के प्रस्तावित बजट अनुमान !

इस प्रकार भारत में बजट ( Budget ) प्रस्तुतीकरण का सम्बन्ध 3 वर्षो के आंकड़ो से होता है !

दोस्तों Indian Budget History In Hindi लेख की जानकारी आपको कैसी लगी , हमें कोमेंट करके जरुर बताये !

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