शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Trading In Hindi
How Many Types of Trading In Share Market In Hindi : दोस्तों अगर आप शेयर बाजार में आने की सोच रहे है तथा एक्स्ट्रा इनकम सोर्स बनाना चाहते है ,लेकिन आप के मन में यह सवाल है कि शेयर बाजार में कोनसे तरीके से ट्रेडिंग की जाए ! आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शेयर मार्केट में आपको ट्रेडिंग के कई प्रकार देखने को मिल जायेंगे , जिनमे से आप अपनी पसंद और लक्ष्य को ध्यान में रखकर किसी भी प्रकार का चयन कर सकते है !
दोस्तों ट्रेडिंग करने के अलग – अलग तरीके आपको मिल जायेंगे , हर ट्रेडिंग स्टाइल के अपने फायदे और नुकसान है ! आपको शेयर बाजार की बेसिक जानकारी लेकर उस ट्रेडिंग के प्रकार को खोजना चाहिए जो आपके लिए उपयुक्त हो ! जब भी आप कोई ट्रेडिंग स्टाइल चुने उससे पहले आपको यह पता होना चाहिए की उसके फायदे और नुकसान क्या है ! एक बार ट्रेडिंग स्टाइल को चुनने के बाद आपको उस पर कुछ महीनो या साल के लिए नॉलेज हासिल करना चाहिए और उसके बाद ही ट्रेडिंग करनी चाहिए ! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है ! तो आइये शुरू करते है Types of Trading In Hindi
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Trading In Hindi
Contents
- 1 शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Trading In Hindi
- 1.1 1 ) इंट्राडे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )
- 1.2 2 ) पोजिशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )
- 1.3 3 ) डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading )
- 1.4 4 ) स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading )
- 1.5 5 ) BTST और STBT ट्रेडिंग
- 1.6 6 ) Algo Trading
- 1.7 7 ) Scalping Trading
- 1.8 8 ) Arbitrage Trading
- 1.9 9 ) Momentum Trading
- 1.10 10 ) News and Event Trading
1 ) इंट्राडे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहाँ जाता है ! इस प्रकार की ट्रेडिंग में आपको किसी भी स्टॉक को एक ही दिन में खरीदना और बेचना होता है ! इंट्राडे में ट्रेडर अपने शेयर को कुछ मिनट , घंटो आदि के लिए होल्ड रखते है और बाजार के बंद होने से पहले अपने शेयर्स को बेच देते है ! इस प्रकार की ट्रेडिंग में मोमेंटम का फायदा उठाया जाता है !
अगर आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो सबसे पहले आपको कुछ महीने या साल के लिए इसके बारे में गहनता से समझ लेना चाहिए ! क्योंकि दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग काफी ज्यादा रिस्की है , यहाँ आप एक दिन के लाख रूपये कमा भी सकते है और गँवा भी सकते है ! इसलिए इस प्रकार की ट्रेडिंग में आने से पहले आपको इसके बारे में जान लेना चाहिए !
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको मार्केट के बेसिक नॉलेज के साथ – साथ टेक्निकल एनालिसिस , मनी मैनेजमेंट , रिस्क मैनेजमेंट तथा साइकोलॉजी का ज्ञान होना बेहद जरुरी है ! आप इनके बारे में एक बार थोडा जान लेते है , उसके बाद ही आपको थोड़ी कैपिटल के साथ ट्रेडिंग शुरू करनी चाहिए !
2 ) पोजिशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )
इस प्रकार की ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपने स्टॉक को कुछ दिन से लेकर साप्ताहिक तथा महीने के लिए होल्ड करके रखते है ! अमूमन यह एक साल से कम अवधि का होता है ! यह ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग से थोड़ी कम रिस्की है क्योंकि इसमें हर दिन होने वाले उतार – चढाव का ज्यादा प्रभाव नहीं होता है ! जो बड़े ट्रेडर्स होते है वे ज्यादातर अपनी पोजीशन को कुछ समय के लिए होल्ड रखकर ही ट्रेडिंग करते है और मोटा पैसा बनाते है !
3 ) डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading )
डिलीवरी ट्रेडिंग को हम इन्वेस्टमेंट करना भी कह सकते है ! क्योंकि इस प्रकार की ट्रेडिंग में अमूमन 1 साल से लेकर 10 , 15 या 20 साल के लिए किसी स्टॉक को होल्ड रखकर बेचा जाता है ! जो व्यक्ति इस प्रकार की ट्रेडिंग करते है उनका लक्ष्य लम्बे समय में वेल्थ क्रिएट करना होता है !
अगर आप डिलीवरी ट्रेडिंग करना चाहते है तो ऐसे ही किसी कम्पनी के स्टॉक्स को न ख़रीदे ! किसी स्टॉक को खरीदने से पहले उस कम्पनी के फंडामेंटल को अच्छी तरह से जान ले ! यह जान ले की उस कम्पनी का P & L अकाउंट , Balance Sheet तथा PE रेशियो आदि क्या कहते है ! इसके अलावा अपनी सारी कैपिटल को किसी एक स्टॉक में निवेश न करके अलग कम्पनियों के स्टॉक में निवेश करना सही रहता है !
4 ) स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading )
इस प्रकार की ट्रेडिंग में किसी स्टॉक को कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह के लिए होल्ड रखा जाता है ! इस प्रकार की ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अल्प समय में होने वाले अप ट्रेंड और डाउन ट्रेंड को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करते है ! अगर आपके पास अधिक कैपिटल है और आप इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं करना चाहते है तो आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प है ! क्योंकि यह थोडा कम रिस्की है ! इसमें अधिक कैपिटल लगाकर कम समय में होने वाले ट्रेंड का फायदा उठाया जाता है और पैसा कमाया जाता है !
5 ) BTST और STBT ट्रेडिंग
BTST का फुल फॉर्म है – Buy Today Sell Tomorrow आयर STBT का फुल फॉर्म है – Sell Today Buy Tomorrow .
इस प्रकार की ट्रेडिंग में किसी स्टॉक को आज इस उम्मीद में ख़रीदा जाता है कि शायद कल मार्केट खुलते ही उसका भाव बढ़ा हुआ मिले ! मान लेते है अगर हम किसी स्टॉक को आज खरीदते है और दुसरे दिन मार्केट गैप –अप या गैप डाउन ओपन होता है तो हम इस प्रकार की ट्रेडिंग से मुनाफा कमाते है !
6 ) Algo Trading
यह एक अलग तरह की ट्रेडिंग होती है ! इस प्रकार की ट्रेडिंग में एक कंप्यूटर सॉफ्टवेर आता है जो अपने कमांड के अनुसार ट्रेडिंग करता है ! एक बार इस सॉफ्टवेर में हम अपनी कमांड डालकर छोड़ देते है तो उसके बाद वह सॉफ्टवेर अपने आप ही कोनसे स्टॉक को खरीदना है और कोनसे स्टॉक को किस समय पर बेचना है , यह वह अपने आप ही कर देता है !
7 ) Scalping Trading
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से भी अधिक तेजी से निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए ! इस प्रकार की ट्रेडिंग में किसी स्टॉक को कुछ सेकण्ड से लेकर कुछ मिनटों में बेच दिया जाता है ! Scalping Trading छोटे – छोटे मूवमेंट का फायदा उठाने के लिए की जाती है ! इस ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अधिक कैपिटल के साथ ट्रेडिंग करते है ! अगर आप यह ट्रेडिंग करते है तो इसमें आपको बहुत अधिक सावधान रहने की जरूरत होती है , क्योंकि यह काफी ज्यादा रिस्की है !
8 ) Arbitrage Trading
बहुत से शेयर्स ऐसे होते है जो एक से अधिक स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड होते है ! कभी – कभी उनकी कीमतों में काफी ज्यादा अंतर आ जाता है , और ट्रेडर इसी बात का फायदा उठाता है और मुनाफा कमाता है ! इस प्रकार की ट्रेडिंग को करना ही Arbitrage Trading कहलाता है !
9 ) Momentum Trading
जब भी कभी किसी कम्पनी के स्टॉक में कोई ब्रेकआउट होता है तो उस ब्रेकआउट पर ट्रैड करना Momentum Trading कहलाता है ! ब्रेकआउट कई तरह के हो सकते है जैसे
- Price Breakout
- Volume Breakout
- Chart Pattern Breakout
- Candlestick Pattern Breakout
10 ) News and Event Trading
मार्केट में समय – समय पर कोई ऐसी इवेंट या न्यूज़ देखने को मिल जाती है जिससे मार्केट में काफी ज्यादा उतार – चढाव देखने को मिल सकता है ! लोग इसी उतार – चढाव का फायदा उठाकर ट्रेडिंग करते है !
जैसे वार्षिक बजट , किसी कम्पनी का तिमाही रिजल्ट या कोई अन्य घटना !
दोस्तों अब आप जान गए होंगे की आखिर ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ! आप सभी प्रकार की ट्रेडिंग को जान कर अपने इंटरेस्ट के हिसाब से किसी भी ट्रेडिंग स्टाइल का चयन कर सकते है ! सबसे पहले आपको सभी प्रकार की ट्रेडिंग को जानना और समझना है उसके बाद ही यह decide करे की आप कोनसी ट्रेडिंग स्टाइल का चयन करते है !
दोस्तों उम्मीद करता हूँ Types of Trading In Hindi आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा , हमें कमेन्ट करके जरुर बताये !
FAQs :
Q : ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है ?
Ans : शेयर बाजार में आपको ट्रेडिंग के कई प्रकार देखने को मिल सकते है ! हमने इस आर्टिकल में ट्रेडिंग के 10 प्रकार बताये है !
Q : ट्रेडिंग का सबसे अच्छा प्रकार कोनसा है ?
Ans : अपनी – अपनी जगह सभी ट्रेडिंग के प्रकार अच्छे है ! आपको यह तय करना है की आपके लिए कोनसी ट्रेडिंग स्टाइल सही रहेगी !
Q : ट्रेडिंग से एक दिन में कितना कमा सकते है ?
Ans : यह आपकी कैपिटल पर depand करता है कि ट्रेडिंग में एक दिन में कितना पैसा कमा सकते है ! अगर आप 10 हजार की कैपिटल से शुरुआत करते है और 1 लोट साइज़ में ट्रेड करते है तो आप एक दिन में 500 रूपये से लेकर 2 हजार रूपये तक कमा सकते है !
Q : क्या में 10 हजार रूपये से ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूँ ?
Ans : हाँ 10 हजार रूपये से आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते है !
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