Bullish Engulfing Candlestick Pattern In Hindi | बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल

Bullish Engulfing Candlestick Pattern

Bullish Engulfing Candlestick Pattern In Hindi | बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल की पूरी जानकारी

दोस्तों स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के दौरान सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न के अलावा डबल कैंडलस्टिक पैटर्न भी बनता है जो दो कैंडल से मिलकर बनता है ! मार्केट में अलग – अलग टाइम फ्रेम पर आपको डबल कैंडलस्टिक पैटर्न बनता हुआ दिखाई दे सकता है ! आज के इस आर्टिकल में हम Bullish Engulfing Candlestick Pattern के बारे में जानेंगे ! बुलिश जैसा की नाम से ही स्पष्ट है , यह एक बुलिश कैंडल है जो मार्केट में तेजी को दर्शाती है ! तो आइये जानते है Bullish Engulfing Candlestick Pattern In Hindi

Bullish Engulfing Candlestick Pattern In Hindi | बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल की पूरी जानकारी

बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल क्या है ( What Is Bullish Engulfing Candlestick )

बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल दो कैंडलस्टिक से मिलकर बनी होती है ! यह कैंडल लम्बी मंदी के बाद बॉटम में बनती है जो यह संकेत देती है कि मार्केट पर अब बुल्स का कब्ज़ा होने वाला है जिससे मार्केट के बुलिश होने की पूरी सम्भावना होती है !

बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल में पहली वाली कैंडल रेड होती है और उसके अगली कैंडल ग्रीन होती है जो पहले वाली रेड कैंडल को अपने अन्दर छिपा लेती है !

Bullish Engulfing Candle को कैसे पहचाने ?

  • जब मार्केट में लगातार मंदी जारी हो !
  • लम्बी मंदी के बाद दूसरी कैंडल पहली वाली कैंडल के low के पास या फिर गैप डाउन में ओपन होनी चाहिए !
  • उसके बाद दूसरी कैंडल का क्लोजिंग प्राइस पहले वाली कैंडल के ऊपर होना चाहिए !
  • ध्यान रखे इस प्रकार की डबल कैंडल लम्बी गिरावट के बाद बॉटम में बननी चाहिए !
  • बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल में पहले वाली कैंडल हमेशा रेड होती है और दूसरी कैंडल ग्रीन होती है !
  • पहले वाली रेड कैंडल , दूसरी कैंडल की रियल बॉडी के अन्दर ही होनी चाहिए !
  • दूसरी कैंडल के बनने के बाद वॉल्यूम भी बढ़ा हुआ होना चाहिए !

Bullish Engulfing Candle का ट्रेडिंग में उपयोग कैसे करे ?

अगर आप बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल पर ट्रेडिंग कर रहे है तो इस बात का ध्यान रखे कि क्या यह कैंडल मार्केट में लम्बी गिरावट के बाद बन रही है ! साथ ही यह भी देखे कि दूसरी कैंडल पहले वाली कैंडल को अपनी बॉडी के अन्दर छिपा रही है ! अब जब आपको यह कन्फर्म हो जाता है कि लम्बी गिरावट के बाद बॉटम में Bullish Engulfing Candle बनी है तब आपको ट्रेड के लिये रेडी रहना चाहिए !

ट्रेड लेने के लिए आपको दूसरी कैंडल के ऊपर प्राइस चला जाये तब हमें अपनी ट्रेड को exicute करना चाहिए ! साथ ही आप बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल के low का स्टॉप लोस रख सकते है ! अपनी ट्रेड को आप तब तक बनाये रख सकते है जब तक कि मार्केट में आपको कोई मंदी की कैंडल दिखाई न दे !

Bullish Engulfing and Bearish Engulfing Candle में अंतर

  • बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल मार्केट में लम्बी गिरावट के बाद बनती है जबकि बियरिश एन्गल्फिंग कैंडल मार्केट में लम्बी तेजी के बाद बनती है !
  • बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल तेजी को प्रदर्शित करती है जबकि बियरिश एन्गल्फिंग कैंडल मार्केट में मंदी को दर्शाती है !
  • बुलिश कैंडल में पहला कैंडल लाल और दूसरा हरा बनता है जबकी बियरिश कैंडल में पहला कैंडल हरा और दूसरा लाल बनता है !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ Bullish Engulfing Candlestick Pattern In Hindi आर्टिकल में आप Bullish Engulfing कैंडल के बारे में समझ गए होंगे ! अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा है तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे !

FAQs : 

Q : बुलिश एन्गल्फिंग पैटर्न क्या है ?

Ans : यह एक डाउन ट्रेंड में बनने वाला कैंडल है जो मार्केट में तेजी को दर्शाता है !

Q : बुलिश एन्गल्फिंग कैंडल कितनी कैंडल से मिलकर बनता है !

Ans : दो कैंडल से

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