Top 5 Indicator for Intraday Trading In Hindi | मुनाफा देने वाले इंडिकेटर

Top 5 Indicator for Intraday Trading

Top 5 Indicator for Intraday Trading In Hindi | मुनाफा देने वाले इंडिकेटर

टेक्निकल एनालिसिस में इंडिकेटर काफी ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है ! आज देखा जाए तो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए आपको सेकड़ो इंडीकेटर्स मिल जायेंगे ,लेकिन अब सवाल यह है कि क्या वे सभी इंडिकेटर अच्छे से काम करते है , क्या उन सभी पर विश्वास किया जा सकता है ! नहीं , देखा जाए तो कुछ ही इंडिकेटर ऐसे है जो आपको लगभग सही जानकारी देते है ! मै यह नहीं कहूँगा कि वे इंडिकेटर आपको 100 प्रतिशत सही जानकारी देंगे ! हो सकता है वे आपको 60 से 70 प्रतिशत तक ही सही जानकारी दे !

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे Top 5 Indicator for Intraday Trading के बारे में बताने वाले है जो आपकी ट्रेडिंग को और बेहतर बना सकते है ! आपको इन टॉप 5 इंडीकेटर्स में से अपनी पसंद के हिसाब से चयन करना है और उस पर काम करना है ! एक साथ आप चार्ट पर सभी इंडिकेटर का प्रयोग न करे , क्योकि अगर आप ऐसा करते है तो आपकी ट्रेडिंग आसान होने के बजाय बिगड़ सकती है ! तो आइये शुरू करते है Indicator for Day Trading In Hindi

Top 5 Indicator for Intraday Trading In Hindi | मुनाफा देने वाले इंडिकेटर

दोस्तों इंडीकेटर्स के बारे में जानने से पहले हम यह जान लेते है कि आखिर इंडिकेटर होते क्या है !

ट्रेडिंग में इंडिकेटर क्या है ( What Is Trading Indicator )

इंडिकेटर एक तरह का संकेतक है जो हमें ट्रेडिंग के दौरान यह संकेत करता है कि कोनसे स्टॉक को कब खरीदना है और कब बेचना है , तथा उसकी एंट्री और एग्जिट प्राइस क्या होगी ! देखा जाए तो इंडिकेटर एक गणितीय गणना है जो अधिकतर पिछले प्राइस , डेटा और वॉल्यूम पर आधारित होते है , जो किसी स्टॉक की perdiction करते है कि उसे कब और कहाँ खरदीना और बेचना है ! टेक्निकल एनालिसिस में इंडिकेटर काम में लिए जाते है ! इंडिकेटर की मदद से हम अपनी ट्रेडिंग को बेहतर बना सकते है !

इंडिकेटर कैसे काम करता है ( How the Indicator Works )

स्टॉक मार्केट में एनालिसिस दो तरह से की जाती है एक है फंडामेंटल एनालिसिस और दूसरी है टेक्निकल एनालिसिस ! अगर हम किसी कम्पनी में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते है तब हम उनके फंडामेंटल अर्थात उसकी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करते है ! लेकिन यदि हम एक इंट्राडे ट्रेडर है तो हमें फंडामेंटल एनालिसिस से कोई मतलब नहीं होता है , हम केवल उस स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करते है !

इंडिकेटर भी टेक्निकल एनालिसिस का पार्ट है जो ट्रेडर को टेक्नीकल एनालिसिस में मदद करता है ! इंडिकेटर को कम्पनी की वित्तीय स्थिति से कोई मतलब नहीं होता है कि किसी कम्पनी का राजस्व क्या है वो लाभ में है या loss में ! वे तो सिर्फ किसी स्टॉक का ट्रेंड , प्राइस एक्शन , रिवर्सल तथा वॉल्यूम को समझने में हमारी मदद करते है जिससे हमें यह समझने में आसानी होती है किसी स्टॉक में एंट्री और एग्जिट कब लेना है !

टॉप 5 ट्रेडिंग इंडिकेटर  ( Indicator for Day Trading In Hindi )

1 ) रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स ( RSI )

RSI इंडिकेटर एक बहुत ही सरल और समझने में भी आसन है जिससे नए ट्रेडर अधिकतर इसी इंडिकेटर का प्रयोग करते है ! यह इंडिकेटर आपको कम कीमत पर स्टॉक को खरीदने और अधिक कीमत पर उसे बेचने में मदद करता है ! इस इंडिकेटर से आप किसी भी स्टॉक के प्राइस मूवमेंट और रिवर्सल ट्रेंड को आसानी से समझ सकते है !

rsi

इस इंडिकेटर की वैल्यू 0 से 100 के बिच होती है , जिसे अलग – अलग टाइम के हिसाब से सेट किया जा सकता है ! यहाँ पर 0 किसी स्टॉक को बेचने और 100 खरीदने का संकेतक है ! अगर RSI का मूल्य 30 से कम है तो यह संकेत देता है कि मार्केट बुलिश है और स्टॉक का भाव बढ़ने वाला है ! वही यदि RSI का मूल्य 70 से ऊपर जा रहा है तो यह इस बात का संकेत है कि मार्केट निचे जायेंगा , जिससे स्टॉक का प्राइस निचे गिरने की सम्भावना होती है !

2 ) मूविंग एवरेज ( MA – Moving Average )

मूविंग एवरेज इंडिकेटर का प्रयोग हम किसी स्टॉक या इंडेक्स का ट्रेंड क्या है यह समझने के लिए करते है ! मूविंग एवरेज किसी स्टॉक या इंडेक्स के क्लोजिंग प्राइस का औसत होता है जो हमें यह जानकारी देता है कि अगर किसी स्टॉक या इंडेक्स का प्राइस उस औसत से अधिक है तो यह अपट्रेंड का सिग्नल है वही यदि इनका प्राइस औसत प्राइस से निचे है तो यह डाउनट्रेंड का संकेत है !

इस इंडिकेटर के दो प्रकार होते है पहला है सिंपल मूविंग एवरेज ( SMA ) तथा दूसरा है एक्पोनेंशियल मूविंग एवरेज ( EMA ) ! EMA , SMA के मुकाबले आपको अधिक सटीक जानकारी देता है क्योंकि यह नवीनतम प्राइस को अधिक महत्व देता है !

moving average

मूविंग एवरेज में डिफ़ॉल्ट रेंज 9 होती है , जो यह बताती है कि अगर आपने 1 day चार्ट का उपयोग किया है तो यह पिछले 9 दिनों के प्राइस का एवरेज आपको बताती है वही यदि आप 1 मिनट टाइम फ्रेम में चार्ट का उपयोग कर रहे है तो यह आपको पिछले 9 मिनट के प्राइस का औसत बताती है ! आप चाहे तो इस डिफ़ॉल्ट सेटिंग को अपने अनुसार बदल भी सकते है !

3 ) बोलिंजर बैंड ट्रेडिंग इंडिकेटर ( Bollinger Bands Indicator )

इस इंडिकेटर का उपयोग भी काफी अधिक ट्रेडर्स द्वारा किया जाता है ! यह इंडिकेटर आपको स्टॉक या इंडेक्स की वोलाटिलिटी को बताता है ! इस इंडिकेटर में मुख्य तौर पर 3 बैंड होते है जो इस प्रकार है –

  • मिडिल बैंड – इसमें 20 दिन का साधारण मूविंग एवरेज होता है !
  • अपर बैंड – जो 2 + स्टैण्डर्ड डेवीयेशन पर होता है !
  • लोअर बैंड – जो – 2 स्टैण्डर्ड डेवीयेशन पर होता है !

bollinger band

यह इंडिकेटर हमें यह बताता है कि अगर कोई प्राइस अपने एवरेज प्राइस से ऊपर या निचे ट्रेड कर रहा है तो उसका प्राइस कितना अधिक ऊपर और कितना अधिक निचे तक जा सकता है ! अगर किसी स्टॉक का प्राइस अपर बैंड और लोअर बैंड के बिच में ट्रेड का रहा है तो यह दोनों बैंड एक तरह से सपोर्ट और resistance का काम करते है ! जब प्राइस इसके रेजिस्टेंस के पास होता है तो इस बात की पूरी सम्भावना है कि उस स्टॉक का प्राइस अब गिर सकता है ऐसे में हमें यह उस स्टॉक को बेचने का संकेत देता है वही अगर प्राइस सपोर्ट लेवल पर है तो हम किसी स्टॉक को खरीद सकते है !

4 ) MACD Indicator

यह इंडिकेटर अक्सर उन ट्रेडर्स द्वारा अधिक इस्तेमाल किया जाता है जो मोमेंटम ट्रेडिंग करते है ! यह भी एक विश्वसनीय इंडिकेटर में से एक है ! यह इंडिकेटर किसी स्टॉक की मोमेंटम , ट्रेड डायरेक्शन तथा अवधि के बारे में बताता है !

यह इंडिकेटर दो प्राइस के औसत पर काम करता है जिनको हम कन्वर्जेन्स और डाइवर्जेन्स कहते है !

MACD की लाइन दो प्राइस के औसत का अंतर होता है जिसे हम EMA इंडिकेटर से पता कर सकते है , जो कि 26 दिनों से 12 दिनों के टाइम पीरियड का अंतर होता है !

macd

यहाँ पर MACD की लाइन अगर EMA की लाइन को निचे से ऊपर की और काटती है तो यह इस बात का संकेत है कि अब स्टॉक का प्राइस बढने वाला है जो खरीदने का संकेत है ! वही अगर MACD की लाइन EMA की लाइन को ऊपर से निचे की और काटती है तो इस बात का संकेत है कि स्टॉक का प्राइस अब गिर सकता है ! जो बेचने का संकेत है !

5 ) सुपर ट्रेंड इंडिकेटर ( Super Trend Indicator )

यह इंडिकेटर आपको मार्केट में किसी स्टॉक में एंट्री और एग्जिट कब लेनी चाहिए यह बताता है ! जब सुपर ट्रेंड क्लोजिंग प्राइस के ऊपर बंद होता है तो यह इस बात का संकेत देता है कि स्टॉक या इंडेक्स का प्राइस अब निचे जा सकता है जिससे हम स्टॉक को बेच सकते है वही यदि सुपर ट्रेंड क्लोजिंग प्राइस से निचे बंद होता है तो यह इस बात का संकेत है कि उस स्टॉक का प्राइस का अब ऊपर जा सकता है जिससे हम उस स्टॉक को buy कर सकते है !

super trend

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपने Top 5 Indicator for Intraday Trading In Hindi के बारे में जाना ! शुरुआत में आपको इन इंडिकेटर पर नजर रखनी चाहिए और यह देखना चाहिए कि इनकी एक्यूरेसी कितनी है , फिर अपनी पसंद के अनुसार किसी एक या फिर दो ही इंडिकेटर का प्रयोग ट्रेडिंग में करनी चाहिए !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ Top 5 Indicator for Intraday Trading In Hindi आर्टिकल आपको जरुर अच्छा लगा होगा ! अगर हमारा यह आर्टिकल Indicator for Day Trading In Hindi अच्छा लगा है तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे !

FAQs : 

Q : सबसे अच्छा इंडिकेटर कोनसा है ?

Ans : सभी इंडिकेटर के अपने – अपने उसूल होते है ! इस आर्टिकल में बताये गए सभी इंडिकेटर काफी ज्यादा लोकप्रिय है आप इनमे से किसी भी इंडिकेटर का उपयोग ट्रेडिंग में कर सकते है !

Q : इंट्रा डे के लिए कोनसा मूविंग एवरेज इस्तेमाल किया जाना चाहिए ?

Ans : सिंपल मूविंग एवरेज

Q : 5 मिनटके चार्ट के लिए कोनसा अच्छा मूविंग एवरेज है ?

Ans : एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज ( EMA )

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